पंडित गोविन्द प्रसाद मिश्रा (ज्योतिषाचार्य गोविंदाचार्य जी)
पंडित गोविन्द प्रसाद मिश्रा जी, जिन्हें ज्योतिषाचार्य गोविंदाचार्य जी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रख्यात वैदिक विद्वान, ज्योतिषाचार्य एवं कर्मकांड विशेषज्ञ हैं। उन्होंने वेद, विज्ञान, शास्त्र, ज्योतिष एवं व्याकरण का गहन अध्ययन किया है और जीवन को पूर्णतः वैदिक साधना एवं सेवा के पथ पर समर्पित किया है।
शिक्षा एवं साधना यात्रा
1990 – 1997 : महर्षि वेद विज्ञान विश्वविद्या पीठ, मंगेली (जबलपुर) से वेद, विज्ञान, शास्त्र, ज्योतिष एवं व्याकरण का गहन अध्ययन कर आचार्य की डिग्री प्राप्त की।
1998 – 1999 : महर्षि वेद विज्ञान विश्वविद्यापीठ, अरैल (इलाहाबाद) में अध्ययन एवं साधना।
2000 – 2001 : महर्षि वेद विज्ञान विश्वविद्या पीठ, बुधनी (होलीपुरा) में ज्योतिष एवं कर्मकांड का विशेष प्रशिक्षण।
2002 : महर्षि वेद विज्ञान विश्वविद्या पीठ, गौतम बुद्ध नगर में अनुष्ठान विभाग में सेवा।
2003 : वेद भवन, गुंटूर (आंध्रप्रदेश) में विद्वानों के साथ सेवा कार्य।
2004 – 2006 : ऋषिकेश, हरिद्वार, तपोवन, केदारनाथ, बद्रीनाथ एवं जोशीमठ की पर्वत श्रृंखलाओं में अज्ञातवास कर ज्योतिष एवं कर्मकांड का स्वाध्याय।
अंतरराष्ट्रीय सेवा एवं यज्ञ
2007 : 51 विद्वानों के साथ अमेरिका के आयोवा (Fairfield) में विश्वशांति यज्ञ का सफल आयोजन।
2008 से अब तक : 100 ब्राह्मणों की टोली के साथ निरंतर वैदिक ज्योतिष एवं कर्मकांड की शिक्षा प्रदान करना एवं विश्वकल्याण के लिए वार्षिक यज्ञ का आयोजन।
विशेषता
ज्योतिषाचार्य गोविंदाचार्य जी ने अपने जीवन को पूरी तरह वेद, ज्योतिष एवं कर्मकांड की सेवा को समर्पित किया है। उनका उद्देश्य केवल व्यक्ति के जीवन में ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण विश्व में वैदिक धर्म का पठन-पाठन, शांति, सुख और समृद्धि का प्रसार करना है। विशेषतः युवा वर्ग के लिए वे वैदिक ज्योतिष और कर्मकांड को वैज्ञानिक आधार पर समझाने, पढ़ाने तथा वैदिक धर्म के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने में अपने जीवन को समर्पित कर रहे हैं।